आज 13 फरवरी 2025 को पेट्रोल और डीजल के नए दाम जारी, तुरंत करें चेक

ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर भारत के पेट्रोल-डीजल के खुदरा दामों पर दिख रहा है. सरकारी तेल कंपनियों ने गुरुवार सुबह नए रेट जारी किए, जिसमें कई शहरों में ईंधन के दाम में नरमी देखी गई. हालांकि, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे बड़े महानगरों में आज भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है.

दिल्ली-मुंबई सहित चारों महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर

देश के चार बड़े महानगरों में पेट्रोल और डीजल के रेट स्थिर बने हुए हैं. यह संकेत करता है कि फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमतों में आई गिरावट का असर इन शहरों में नहीं पड़ा है.

  • दिल्ली: पेट्रोल 94.72 रुपये और डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर
  • मुंबई: पेट्रोल 103.44 रुपये और डीजल 89.97 रुपये प्रति लीटर
  • चेन्नई: पेट्रोल 100.76 रुपये और डीजल 92.35 रुपये प्रति लीटर
  • कोलकाता: पेट्रोल 104.95 रुपये और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर

गाजियाबाद, नोएडा और पटना में बदले पेट्रोल-डीजल के रेट

सरकारी तेल कंपनियों ने कुछ शहरों में पेट्रोल-डीजल के रेट में बदलाव किया है.

  • गाजियाबाद: पेट्रोल 12 पैसे महंगा होकर 94.70 रुपये प्रति लीटर और डीजल 14 पैसे चढ़कर 87.81 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया.
  • नोएडा: पेट्रोल 10 पैसे घटकर 94.77 रुपये और डीजल 12 पैसे सस्ता होकर 87.89 रुपये प्रति लीटर हुआ.
  • पटना: पेट्रोल 17 पैसे सस्ता होकर 105.41 रुपये और डीजल 16 पैसे घटकर 92.26 रुपये प्रति लीटर हो गया.

कच्चे तेल के भाव में गिरावट, भारतीय बाजार पर असर

बीते 24 घंटे में कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली है. ब्रेंट क्रूड 75.18 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड 71.24 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है. इस गिरावट का असर भारत के कई शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर दिख रहा है, लेकिन बड़े महानगरों में अभी तक कोई राहत नहीं मिली है.

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भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं. यह कीमतें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के दाम, एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और राज्य सरकारों के वैट पर निर्भर करती हैं. इन्हीं कारणों से भारत के विभिन्न शहरों में ईंधन के दाम अलग-अलग होते हैं.

ईंधन के रेट तय करने में कई कारक काम करते हैं. इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:

  • कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें – तेल कंपनियां ग्लोबल मार्केट के आधार पर पेट्रोल-डीजल के रेट तय करती हैं.
  • रुपये और डॉलर का एक्सचेंज रेट – कच्चे तेल का आयात डॉलर में किया जाता है, इसलिए रुपये की कीमत गिरने पर पेट्रोल-डीजल महंगा हो जाता है.
  • सरकारी टैक्स और ड्यूटी – पेट्रोल-डीजल की कीमत में केंद्र और राज्य सरकार की एक्साइज ड्यूटी और वैट का बड़ा योगदान होता है.
  • डीलर मार्जिन – रिटेल डीलर का कमीशन भी पेट्रोल-डीजल के रेट को प्रभावित करता है.

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी रहती है, तो आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और कमी देखी जा सकती है. हालांकि, यह भी सरकार की टैक्स नीति पर निर्भर करता है. अगर केंद्र और राज्य सरकारें टैक्स में राहत देती हैं, तो उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल सकती है.

सामान्य प्रश्न (FAQs)

  1. भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें किन कारकों से निर्धारित होती हैं? पेट्रोल और डीजल की कीमतें वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों, विनिमय दरों, सरकारी करों और डीलर कमीशन द्वारा निर्धारित की जाती हैं.
  2. भारत में ईंधन की कीमतें कितनी बार अपडेट की जाती हैं? भारत में ईंधन की कीमतें वैश्विक तेल बाजार और मुद्रा विनिमय दरों में बदलाव को दर्शाते हुए प्रतिदिन सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं.
  3. भारत के विभिन्न शहरों में ईंधन की कीमतें क्यों भिन्न होती हैं? ईंधन की कीमतें राज्य करों (वैट), परिवहन लागत और डीलर कमीशन में अंतर के कारण भिन्न होती हैं.
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