Wheat Price Today: गेहूं के दाम में उछाल, MSP से ज्यादा कीमतों पर बिक रहा है
इन दिनों गेहूं के दाम में भारी वृद्धि देखी जा रही है। पिछले कुछ महीनों में गेहूं की कीमतों में लगातार उछाल आया है, जिससे किसानों की आमदनी में इजाफा हुआ है। फिलहाल, मंडियों में गेहूं का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कहीं अधिक पहुँच चुका है, और विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में गेहूं के दाम में और तेजी देखी जा सकती है।
गेहूं का ताजा रेट
वर्तमान में, गेहूं का भाव ₹800 प्रति क्विंटल से अधिक बढ़ चुका है। कई मंडियों में गेहूं की कीमत ₹2758 से ₹3010 प्रति क्विंटल तक पहुँच गई है। कुछ स्थानों पर गेहूं का दाम ₹3110 प्रति क्विंटल तक जा चुका है, जो पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा है। इस बढ़ोतरी का असर सीधे आम उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ रहा है, क्योंकि गेहूं से बने उत्पादों जैसे आटा, ब्रेड और बिस्किट की कीमतें भी बढ़ चुकी हैं।
दाल और चावल के दाम में भी उछाल
गेहूं के साथ-साथ दाल और चावल के दाम में भी तेजी आई है। बासमती चावल ₹7002 से ₹8503 प्रति क्विंटल, मूंग दाल ₹8503 से ₹9002 प्रति क्विंटल, उड़द दाल ₹9002 से ₹9703 प्रति क्विंटल और तुअर दाल ₹8003 से ₹13020 प्रति क्विंटल के बीच बिक रहे हैं।
देसी घी की कीमतों में भी बढ़ोतरी
गेहूं और दाल के साथ-साथ देसी घी की कीमतों में भी वृद्धि देखी जा रही है। मिल्क फूड घी ₹8382, कोटा फ्रेश घी ₹8203, अमूल घी ₹8903 प्रति टीन के हिसाब से बिक रहे हैं। वनस्पति घी के दाम ₹2030 प्रति टीन तक पहुँच गए हैं।
गेहूं की बढ़ी हुई कीमतों का असर
इस वृद्धि से किसानों को फायदा हो रहा है, लेकिन आम उपभोक्ताओं को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। यदि जल्दी ही सरकारी हस्तक्षेप नहीं हुआ, तो गेहूं और इससे जुड़े उत्पादों के दाम में और बढ़ोतरी हो सकती है।
FAQs
- गेहूं के दाम में इस बढ़ोतरी का कारण क्या है?
गेहूं की बढ़ी हुई कीमतों का कारण देशभर में इसकी बढ़ती मांग और उत्पादन में कमी हो सकती है। - क्या गेहूं की बढ़ी हुई कीमतों का असर आटे पर पड़ेगा?
हां, गेहूं के दाम बढ़ने से आटे, ब्रेड और बिस्किट जैसी गेहूं से बनी उत्पादों की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। - क्या गेहूं के दाम में और बढ़ोतरी हो सकती है?
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर जल्द ही सरकारी हस्तक्षेप नहीं हुआ तो गेहूं के दाम में और वृद्धि हो सकती है।